यदि किसी विशेष कार्य के लिए कहीं जाना हो तो चार लौंग जलाकर उसकी भस्म का तिलक करके जाने से कार्य में सिद्धि मिलती हैं........
लौंग एक लता पुष्प है, जो सुगंध, मसाले, खान-पान, आयुर्वेद, मांगलिक, तांत्रिक व अन्य सभी कार्यों में प्रयुक्त होने वाला सुंगंधित मसाला है। ये छोटे-मोटे वशीकरण, मारण, विद्वेषण, मोहन, सुरक्षा व अन्य सिद्धियां लौंग के बिना अधूरी हैं। यह सर्वार्थसिद्धि हेतु काम में आती है।
कार्य सिद्धि : यदि किसी विशेष कार्य के लिए कहीं जाना हो तो चार लौंग जलाकर उसकी भस्म का तिलक करके जाने से कार्य में सिद्धि मिलती है।
धन लाभ : प्रात: काल दीपक जलाकर उसमें दो लौंग डाल दें। उसके पश्चात् घर से निकलें। भगवान गणपति को दूर्वा एवं लडडू का भोग लगाएं व माँ लक्ष्मी के चित्र के सामने घी का दीपक जलाकर सरसों का तेल तथा काली उड़द का दान करें। नित्य प्रात: तुलसी के पौधें में जल अर्पित करें। ये उपाय कम से कम 1 वर्ष तक करने से आर्थिक समृद्धि आती है।
नकसीर बंद : लौंग जलाकर पानी में डालकर नाक से नकसीर बंद हो जाती है।
दरिद्रता दूर करने हेतु : दीपावली, अमावस्या की रात्रि या ग्रहण काल में एक लौंग, एक इलायची जलाकर भस्म बना लें। इस भस्म को देवी-देवताओं चित्रों या यंत्रों में लगाने से घर की दरिद्रता दूर होने लगती है।
व्यवसाय में लाभ के लिए : शनिवार के दिन सिंदूर, चांदी का वर्क, पांच मोतीचूर के लड्डू, चमेली का तेल व एक पान का बीड़ा नियमित रूप से शनिवार के दिन हनुमान जी को अर्पण करें। वर्ष में दो बार नवरात्र या मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने से व्यवसाय में लाभ होता है।
- Log in to post comments