जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए किसी को अपना आइडल बनाना पड़ता है, जिसकी कही बातें जीवन में उतारकर आप अपने करियर को आगे बढ़ाते हैं। चूंकि कई बार किसी की बोली बात जिंदगी में लंबे अरसे तक हमें प्रेरित करती रहती है, जिससे प्रेरित होकर हम अपने मुश्किल समय का सामना आसनी से कर लेते हैं। अगर आप में यह हुनर है, तो आप बन सकते हैं मोटिवेशनल स्पीकर। इस पेशे की अनेक खुबियाें में एक यह है कि इसमें एक जगह बैठकर काम करने की बंदिश नहीं है, वहीं दूसरी ओर की गई मेहनत का रिटर्न भी आकर्षक होता है।
करना होता है यह काम : मोटिवेशनल स्पीकर कुछ भी शुरू करने से पहले लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। इसके बाद ही वे उन्हें प्रेरित करने की शुरुआत करते हैं। इसके बाद ही वे उन्हें प्रेरित करने की शुरुआत हैं। इसके लिए आपको अच्छे-खासे होमवर्क की जरुरत पड़ती है। इसके लिए आपको समाज, स्थान और देश-प्रदेश के लोगों के कल्चर, लाइफ स्टाइल आदि के बारे में जानकारी रखनी होती है।
प्रोफेशनल कोर्सेज : कुछ मेनेजमेंट स्कूल्स में स्पीकिंग पावर यानी बोलने की शक्ति पर काम करवाया जाता है। यह ऐसी फिल्ड है, जिसमें आप कई क्षेत्रों के लोगों को अपनी सेवाएँ दे सकते है, इसलिए आप अपनी तैयारी के रूप में जितने ज्यादा क्षेत्रों के बारे में संभव हो, अपनी जानकारी बढ़ाएं।तभी तो आप उन लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर पाएंगी।
मोटिवेशनल स्पीकर बनने के लिए कितने योग्य हैं आप : आपकी बातों में नयापन होना बेहद जरुरी है, तभी लोग भी आपको सुनेंगे। मोटिवेशनल स्पीकर में उत्साह, विश्वसनीयता, आत्मविश्वास जैसे गुण भरे हुए चाहिए।
कितने हैं अवसर : आजकल बहुत सी कंपनियां, एजेंसियां, एनजीओ, मेजेजमेंट सहित अन्य दूसरे स्कूल-कॉलेज मोटिवेशनल स्पीकर को नियुक्त करने लगे हैं। इसके आलावा कुछ खास कार्यक्रमों में भी मोटिवेशनल स्पीकर्स को आमंत्रित किया जाता है।
सैलरी : मोटिवेशनल स्पीकर की शुरुआत फैक्लटी के रूप में, जो लीडरशिप व मोटिवेशन में क्लासेज लेते हों। इनकी आमदनी कम से कम 40-50 हज़ार से शुरू होकर लाखों में होती है।
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